रमज़ान के बाद आखिर क्यों मनाई जाती है ईद, Eid Kab Ki Hai India 2023 Mein

रमज़ान के बाद आखिर क्यों मनाई जाती है ईद, Eid Kab Ki Hai India 2023 Mein 




ईद उल-फितर एक मुस्लिम त्योहार है, जो साल में एक बार मनाया जाता है। यह त्योहार रमजान के महीने के अंत में मनाया जाता है और इसके साथ एक तीस दिन का उत्सव जुड़ा होता है। यह त्योहार मुसलमानों की उत्सुकता और हर्षोल्लास की होती है, जो दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहते हुए मनाया जाता है।


रमजान ईद क्यों मनाई जाती है

इस त्योहार का महत्व इस बात में है कि यह रमजान के महीने के अंत में मनाया जाता है, जो मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत खास होता है। रमजान में मुसलमान रोजा रखते हैं, जिसमें वे सूर्योदय से सूर्यास्त तक भोजन, पेय और अन्य शारीरिक आवश्यकताओं से दूर रहते हैं। इस तरह, रोजे के दौरान मुसलमानों को उनकी आत्मा को साफ करने और ईश्वर से निरंतर जुड़े रहने का एक अवसर मिलता है।


क्या है ईद का मतलब

ईद का मतलब होता है "खुशी का त्योहार"। यह एक मुस्लिम धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार होता है जो साल में दो बार मनाया जाता है। इन दो ईदों में से पहली ईद ईद-उल-फितर होती है, जो रमज़ान के महीने के बाद मनाया जाता है और दूसरी ईद ईद-उल-अज़हा होती है, जो हज़ यात्रा के दौरान मनाई जाती है।

इन दो ईदों में से पहली ईद, ईद-उल-फितर, का मतलब होता है "फ़ितरत का ब्रेक" यानी रमज़ान के बाद शावल महीने की पहली तारीख को मनाया जाता है। दूसरी ईद, ईद-उल-अज़हा, का मतलब होता है "बड़ी ईद" यानी हज़ यात्रा के बाद जो जुलूस ईद मनाने के लिए मंजूर होता है।



आखिर क्यों मनाई जाती है ईद उल-फितर


ईद उल-फितर एक धार्मिक त्योहार होता है, जिसमें मुसलमान उम्मत के लोग अल्लाह की भक्ति करते हैं और उनकी ताकत और मदद के लिए दुआ करते हैं। इस दिन लोग अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ मिलते हैं, और एक दूसरे को मुबारकबाद देते हैं। इस त्योहार में मुसलमान लोग एक दूसरे के साथ अपनी भावनाओं को साझा करते हैं और एक दूसरे के ग्रहण करते हैं।

ईद उल-फितर के दिन सभी मुसलमान अपनी सजगता बढ़ाते हैं और एक दूसरे के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं। इस दिन लोगों के घरों में भोजन करवाया जाता है और अन्य लोगों को खाना खिलाया जाता है। यह त्योहार उम्मत के लोगों के लिए एक खुशी का अवसर होता है, जो उनके दिलों में एक ताजगी का महसूस कराता है।




रमज़ान के बाद अल्लाह का इनाम है ईद 

कई लोगों के मन में यह सवाल भी आता होगा कि आखिर ईद का त्योहार रमज़ान के बाद ही क्यों मनाया जाता है हम  के लिए बता दे की ईद उल-फितर रमज़ान एक महीने का महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार होता है, जिसमें मुसलमान लोग रोजा रखते हैं और दिन में कुछ नहीं खाते या पीते हैं। यह त्योहार मुसलमान उम्मत के लोगों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण त्योहार होता है, जो उन्हें अल्लाह की राह पर चलने और उनके इशारों का पालन करने के लिए प्रेरित करता है। 

ईद उल फितर एक त्योहार है जो रमज़ान के महीने के बाद मनाया जाता है। यह ईद खुशी का त्योहार है, जिसमें लोग अपने घरों को सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, दुआएं मांगते हैं, खाने-पीने का मज़ा लेते हैं और अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ एक साथ खुशियां मनाते हैं। यह त्योहार भी दानशील होता है, लोग दूसरों को उपहार देते हैं, अधिक गरीब लोगों के लिए खाने-पीने के सामान पहुंचाते हैं और जमात-उल-बैद (सामाजिक उपयोग के लिए जमा किए जाने वाले फंड) में दान देते हैं। 




ईद की क्या विशेषता है?

ईद हमारे देश में ही नहीं बल्कि पुऋ दुनिया में मनाया जाता है।  ये मुस्लिम भाइयो के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक त्योहार है।

ईद की कुछ विशेषताएं हैं जो इसे अन्य त्योहारों से अलग बनाती हैं।

  • उमराह : ईद उल फित्र और ईद उल अज़हा के बाद मुसलमानों को उमराह  जाने की अनुमति होती है। उमराह, मक्का शरीफ जाने का एक महत्वपूर्ण अवसर होता है, जहां मुसलमान खाने-पीने, घूमने और आराम करने के लिए फ्री रहते हैं। उमराह  के दौरान लोग अपने आस-पास के लोगों से मिलते हैं, दुनिया भर से आए हुए मुसलमानों से मिलते हैं और इस्लाम की धरोहरों को देखते हैं।

  • ईद नमाज: ईद की नमाज मुसलमानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह नमाज सभी मुसलमानों के लिए एक साथ होती है, जो भी मस्जिद में नमाज पढ़ने आते हैं। ईद की नमाज एक संबोधन भी होती है, जहां इमाम द्वारा एक संदेश दिया जाता है, जो भी मुसलमानों को समझ में आता है।

  • ईद के त्योहारी खाने: ईद के दिन मुसलमान अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भोजन करते हैं।  एक दूसरे से बिना किसी भेद भाव रखे गले मिलते है

Eid Kab Ki Hai India 2023 Mein

2023 में ईद-उल-फ़ितर की तारीख भारत में अनुसार 21 Apr, शुक्रवार होगी।


निष्कर्ष - समाज में एकता, प्रेम और भाईचारे को स्थापित करने वाला ईद उल फ़ितर धार्मिक और सामाजिक दोनों ही रूपों में महत्वपूर्ण है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग एक दूसरे के साथ प्यार और सम्मान के साथ समय बिताते हैं और अपने गरीब भाइयों और बहनों को मदद करते हैं। इससे समाज में एकजुटता और सौहार्द बढ़ता है। ईद उल फ़ितर एक अनुभव है जो हमें स्वस्थ, खुशहाल और खुशी भरे जीवन का अनुभव कराता है। इसलिए, ईद उल फ़ितर हमारे जीवन में एक बड़ा महत्वपूर्ण दिन है जिसे हम सभी धूम-धाम से मनाते हैं।



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